
देवभूमि (देवपथ ब्यूरो) :* देवभूमि उत्तराखंड में कथित तौर पर रैपिड से तीखा डेमोग्राफी और ‘जिहाद’ से संबंधित दो गंभीर मामलों को लेकर भारतीय हिंदू रक्षा दस्ते ने अपनी चिंता और चिंता जाहिर की है। एसोसिएशन केदारपुर स्थित बटालियन के कार्यालय में एक वार्ता आयोजित की गई जिसमें संगठन के अध्यक्ष मदन बिष्ट ने सामूहिक रूप से इन मामलों का खुलासा किया और पुलिस-प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का अंतिम आदेश दिया। कॉर्प्स ने चेतावनी दी है कि यदि अतिशीघ्र के खिलाफ ठोस धाराओं पर कार्रवाई नहीं हुई है, तो संगठन ने उनके अवशेष के साथ मिलकर उग्रवादी प्रदर्शन करने को बाध्य किया है। जमीन पर अवैध व्यवसाय और जोखिम का आरोप पहला मामला पुराना राजपुर रोड निवासी नीलाम राणा से है, जहां इरशाद व्यापारी ने अपनी पुनी जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है। खालिस्तानी राणा के, इरशाद ने लगभग 15 साल पहले अपने पिता से ही जमीन बनाई थी, लेकिन अब उसी व्यक्ति के अनुसार कुछ रसूखदारों की सहा पर उनके आने-जाने का रास्ता भी बंद हो रहा है और परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। निज़ामुद्दीन राणा का आरोप है कि इरशाद ने अपनी जमीन को औने-स्टाइल्स में जबरदस्ती दबाब बनाया है और विरोध करने के लिए उन्हें समाज में बदनाम करने के लिए भद्दे और स्टूडियो का आरोप लगाया है। इस उद्घोषणा से तंग गगनचुंबी राणा अब नगर-निगम में ठोस कालीन पत्रिका पर सैटलाइट को साझीदार हो गए हैं, जो लचर कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है। आरोप है कि मिर्ज़ाकिल ने स्कूल-कॉलेजों के हिंदू बच्चों को बेवकूफ बनाकर उनके नाम से प्रति व्यक्ति-पांच-पांच अवैध बैंक खाते रखे हैं। इन दस्तावेजों में एक महीने से भी कम समय में लाखों रुपयों का घोटाला हुआ है। एक पीड़ित छात्र नेहरु कॉलोनी कॉलोनी में लिखित याचिका जाने के बावजूद, पुलिस ने अभी तक न तो सांस्कृतिक धार्मिकता की अपील की है और न ही कोई मुकदमा दर्ज किया गया है। कैडेट ने इसे युवाओं के भविष्य से अलग करने के लिए कहा, कहा कि लाखों की संख्या में छात्रों के मानसिक रूप से चिंतित हो गए। सुनील फोटोग्राफर, शिव सिंह, रोहित राजपूत सहित कई कार्यकर्ता और रेटिंग मौजूद हैं।