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रुद्रप्रयाग बस हादसे में NH की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, सीएम ने की खास अपील ,

जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वह स्थान डेंजर जोन में हैं. इसके बावजूद एनएच विभाग ने इस स्थान को सुरक्षित नहीं किया रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ हाईवे के घोलतीर में हुए हादसे के बाद जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में शोक है. बृहस्पतिवार सुबह-सुबह घटी इस घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया. एक तरफ मानसून सीजन के कारण जगह-जगह घटनाएं घट रही हैं, वहीं रुद्रप्रयाग से मात्र 12 किमी की दूरी तय करने के बाद एक मिनी बस बडे़ हादसे का शिकार हो गई. घटना के बाद से राजमार्ग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।बदरी-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र बिष्ट ने कहा जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वह स्थान डेंजर जोन में हैं. इसके बावजूद एनएच विभाग ने इस स्थान को सुरक्षित नहीं किया. राजमार्ग किनारे बनाए गए पैराफिट की गुणवत्ता सही नहीं थी, जबकि यहां पर लगातार पहाड़ी से भूस्खलन जारी है.एनएच विभाग ने ऐसे डेंजर जोन स्थानों पर सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम नहीं किए. जिस कारण हादसा हुआ है. यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की जरूरत है।वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज: सड़क संबंधी दुर्घटनाओं को लेकर पुलिस भी तत्परता से कार्यवाही कर रही है. घोलतीर में हुए हादसे के बाद पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने बताया प्रारंभिक जांच में वाहन चालक की लापरवाही तथा संभावित तकनीकी खराबी को दुर्घटना का कारण माना जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली रुद्रप्रयाग में भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), धारा 106 (लापरवाही से मृत्यु कारित करना) और धारा 281 (सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से वाहन चलाना) के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है।सीएम धामी ने जारी किये निर्देश:रुद्रप्रयाग हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों और यात्रियों से पर्वतीय मार्गों पर यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने प्रशासन एवं परिवहन विभाग को निर्देश दिये है कि पर्वतीय क्षेत्रों में संचालित सार्वजनिक वाहनों की लगातार जांच सुनिश्चित की जाएं. खतरनाक मोड़ों और ढलानों पर चेतावनी संकेतकों की व्यवस्था दुरुस्त की जाए. आवश्यक स्थलों पर सुरक्षा रेलिंग एवं पैराफिट सुनिश्चित किए जाएं।

 

 

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