Uncategorizedदेशराष्ट्रीय
उत्तराखंड में कानून का राज स्थापित है और बेटियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

बेटी अंकिता के साथ हुए अमानवीय कृत्य पर माननीय न्यायालय का फैसला न्याय व्यवस्था में आमजन के विश्वास को और मजबूत करता है। आज के निर्णय के बाद एक संदेश स्पष्ट है कि उत्तराखंड में कानून का राज स्थापित है और बेटियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
हमने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया था कि इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी, न जांच में, न न्याय में, न ही कार्यवाही में। हमारी जिम्मेदारी थी कि समाज को यह संदेश जाए कि अपराधी चाहे जो भी हो वह कानून से ऊपर नहीं।