देहरादून के प्राइवेट स्कूल पर 5 लाख का जुर्माना, पेरेंट्स से वसूली थी मनमानी फीस,

एसोसिएशन के एक प्राइवेट स्कूल में अभिभावकों की ओर से जिला प्रशासन की ओर से पांच लाख रुपये की फीस वसूली का अनुमान लगाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। देहरादून में अभिभावकों से स्कूल फीस वसूली पर जिला प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की गई है। स्कूल पर 5 लाख रुपए की छूट का अनुमान लगाया गया है। मामले की जांच जारी है। पेरेंट्स से फीस वसूलने के लिए एक स्कूल के दस्तावेज ही चल रहे थे। जांच में यह बात सामने आई कि बाद में स्कूल के डॉक्टर साविन बैसाख ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस स्कूल पर पांच लाख बीस हजार रुपये की कटौती की कार्रवाई से शहर के बड़े स्कूलों में भी भारी तबाही मची है। मुख्यमंत्री पुतिन सिंह धामी के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से निजी अभिलेखों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। स्कूल प्रबंधन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। लेकिन, कई बार पार्टी में भी स्कूल प्रबंधन नहीं आया। इसके बाद स्कूल के दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि आठवीं कक्षा के तहत शिक्षा का अधिकार अधिनियम मार्च में समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद स्कूल ने संबंधित रिन्यूअल के लिए आवेदन नहीं किया। इस पर जिला प्रशासन ने शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 की धारा-18 की उपधारा-5 के तहत एक अप्रैल 2025 से 22 मई 2025 तक 52 दिनों के लिए दस हजार प्रतिदिन के खाते से 5,20,000 रुपये का भुगतान किया। यह भी निर्देश दिया गया है कि तीन दिन में छोटी राशि भरें। अन्यथा, प्रशासन जिला भू-राजस्व की तरह इसकी इच्छा।